श्लोक - ७२८
सत्सभायामनेकार्थकथने भीरुणा स्फुटम् ।
अधीतास्वपि विद्यासु सकलासु वृथैव ता: ॥
Tamil Transliteration
Pallavai Katrum Payamilare Nallavaiyul
Nanku Selachchollaa Thaar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | सभाकम्पविहीनता |