श्लोक - ६६८
प्रसन्नमनसा कार्ये प्रवृत्तेन फलेच्छया ।
आलस्यदीर्घसूत्रत्वमन्तरा तद्विधीयताम् ॥
Tamil Transliteration
Kalangaadhu Kanta Vinaikkan Thulangaadhu
Thookkang Katindhu Seyal.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | क्रियादाढर्यम् |