श्लोक - ५९
पातिव्रत्ययशोहीनां भार्यां यो लभते नर: ।
सगार्वे सिंहवत् सो ऽयं शत्रुमध्ये न गच्छति ॥
Tamil Transliteration
Pukazhpurindha Illilorkku Illai Ikazhvaarmun
Erupol Peetu Natai.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | पत्नी |