श्लोक - ५६४
"अस्माकं पार्थिव: क्रूर" इति देशजनेरितम् ।
य एतच्छुणुयाद्वाक्य> क्षीणायु: स विनश्यति ॥
Tamil Transliteration
Iraikatiyan Endruraikkum Innaachchol Vendhan
Uraikatuki Ollaik Ketum.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | निर्भयत्वन् |