श्लोक - ५५१
जनहिंसापरो राजा न्यायातीतपदानुगा: ।
निर्घुणाद् घातकाच्चापि भुवि क्रूरतमो मत: ॥
Tamil Transliteration
Kolaimerkon Taarir Kotidhe Alaimerkontu
Allavai Seydhozhukum Vendhu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | अनीत्यापालनम् |