श्लोक - ५४९
शत्रुभ्यो रक्षणं नृणां, दण्डनादपराधिनाम् ।
पापापनोदनं, राज्ञां धर्म एव न पापदम् ॥
Tamil Transliteration
Kutipurang Kaaththompik Kutram Katidhal
Vatuvandru Vendhan Thozhil.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | नीतिपरिपालनम् |