श्लोक - ५४५
नीतिशास्त्रानुरोधेन रक्षतो धर्मवर्त्मना ।
राज्ञो देशे कालवृष्टि: सस्यावृद्धिश्च जायते ॥
Tamil Transliteration
Iyalpulik Kolochchum Mannavan Naatta
Peyalum Vilaiyulum Thokku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | नीतिपरिपालनम् |