श्लोक - ५४३
विप्रप्रवर्तितं वेदं धर्मं वेदेषु बोधितम् ।
लक्ष्यीकृत्य न्याय्यमार्गे रक्षणं राजलक्षणम् ॥
Tamil Transliteration
Andhanar Noorkum Araththirkum Aadhiyaai
Nindradhu Mannavan Kol.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | नीतिपरिपालनम् |