श्लोक - ५२३
प्रेमपूर्वकबान्धव्यरहितस्य हि जीवनम् ।
जलपूर्णतटाकस्य तीराभावसं भवेत् ॥
Tamil Transliteration
Alavalaa Villaadhaan Vaazhkkai Kulavalaak
Kotindri Neernirain Thatru.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | बन्धुप्रीति |