श्लोक - ५१
दयादिगुणसम्पन्ना भर्तुरायानुसारत्: ।
करोति जीवनं याऽत्र सैव भार्येति कथ्यते ॥
Tamil Transliteration
Manaikdhakka Maanputaiyal Aakiththar Kontaan
Valaththakkaal Vaazhkkaith Thunai.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | पत्नी |