श्लोक - ४८९
कालेऽनुकूले सम्प्राप्ते तमलभ्यं विभाव्य च ।
तदैव कुरु कर्तव्यं तं कालं न हि द्रक्ष्यसि ॥
Tamil Transliteration
Eydhar Kariyadhu Iyaindhakkaal Annilaiye
Seydhar Kariya Seyal.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 49 |