श्लोक - ४७१
बलं स्वीकृतकार्यस्य बलं स्वस्य रिपोर्बलम् ।
बलं द्वयो: पक्षयोश्च परामृश्य प्रवर्तय ॥
Tamil Transliteration
Vinaivaliyum Thanvaliyum Maatraan Valiyum
Thunaivaliyum Thookkich Cheyal.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 48 |