श्लोक - ४६७
कार्यनिर्वहणोपायमादौ ज्ञात्वा क्रियां कुरु ।
प्रविश्य कार्ये नोपायचिन्तनं कार्यसाधकम् ॥
Tamil Transliteration
Ennith Thunika Karumam Thunindhapin
Ennuvam Enpadhu Izhukku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 47 |