श्लोक - ४२१
अनर्थोन्मूलने मूलसाधनं ज्ञानमिष्यते ।
रिपूणां दुष्प्रवेशं तदन्त:प्राकारवद्भवेत् ॥
Tamil Transliteration
421 Arivatrang Kaakkung Karuvi Seruvaarkkum
Ullazhikka Laakaa Aran.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 43 |