श्लोक - ४०५
मिथ्याभिमानो मूढस्य विद्याहीनस्य कस्यचित् ।
बुधैर्भाषणवेळायां स्वयं विलयमेष्यति ॥
Tamil Transliteration
Kallaa Oruvan Thakaimai Thalaippeydhu
Sollaatach Chorvu Patum.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 41 |