श्लोक - ३५
क्रोधो लोभ: कठोरोक्तिरसूयेति चतुर्विधान् ।
दोषान् विना कृतं कार्ये धर्म इत्युच्यते बुधै: ॥
Tamil Transliteration
Azhukkaaru Avaavekuli Innaachchol Naankum
Izhukkaa Iyandradhu Aram.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 001 to 010 |
chapter | धर्मवैशिष्ट्यम् |