श्लोक - ३५२
अविद्यां समतिक्रम्य तत्त्वज्ञान निषेवणात्।
जन्मदु:खमलब्ध्वैव प्राप्यते ब्रह्मण: पदम्॥
Tamil Transliteration
Irulneengi Inpam Payakkum Marulneengi
Maasaru Kaatchi Yavarkku.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | तत्वज्ञानम् |