श्लोक - ३२४
अकृत्वा प्राणिनां हत्यां लक्ष्यमार्गे प्रवर्तनम्।
मोक्षादिलोकजनक: सन्मार्ग इति मन्यते॥
Tamil Transliteration
Nallaaru Enappatuvadhu Yaadhenin Yaadhondrum
Kollaamai Soozhum Neri.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | अवध: |