श्लोक - २९०
जीवनं स्पष्टमाकृत्या चोराणामिह दुर्लभम्।
चौर्यकर्मविहीनानां स्वर्गेऽपि सुलभायते॥
Tamil Transliteration
Kalvaarkkuth Thallum Uyirnilai Kalvaarkkuth
Thallaadhu Puththe Lulaku.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | चौर्यनिषेध: |