श्लोक - २६६
क्रियते यैस्तप: कर्म कृतकृत्यास्त एव हि।
आशापाशवशा हन्त क्लिश्यन्त इतरे जना:॥
Tamil Transliteration
Thavanj Cheyvaar Thangarumanj Cheyvaarmar Rallaar
Avanjeyvaar Aasaiyut Pattu.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | तप: |