श्लोक - २३९
यशसा तु विहीनस्य कायं या बिभृयान्मही।
निर्दुष्ट सस्यसम्पत्तिविहीना सा भवेद् धुवम्॥
Tamil Transliteration
Vasaiyilaa Vanpayan Kundrum Isaiyilaa
Yaakkai Poruththa Nilam.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | कीर्ति: |