श्लोक - १७६
सर्वभूतदयापूर्वे गार्हस्थ्यमनुतिष्ठत:
परवस्तुप्रलोभेन गार्हस्थ्यमपि निष्फलम् ॥
Tamil Transliteration
Arulveqki Aatrinkan Nindraan Porulveqkip
Pollaadha Soozhak Ketum.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | अलोभ: |