श्लोक - १५९
मर्यादां समतिक्रम्य निन्दकान् कठिनोक्तिभि: ।
क्षमया ये सहन्तेऽत्र शुद्धास्ते मुनिभि: समा: ॥
Tamil Transliteration
Thurandhaarin Thooimai Utaiyar Irandhaarvaai
Innaachchol Norkir Pavar.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | क्षमा |