श्लोक - १४३
जीवन्नपि मृतप्राय: स तु संशय मन्तरा ।
विश्वस्तसुहृद: पत्नीं यो भोक्तुमभिवाञ्छति ॥
Tamil Transliteration
Vilindhaarin Verallar Mandra Thelindhaaril
Theemai Purindhu Ozhuku Vaar.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | परदारपराङ्मुखता |