श्लोक - १३४
अधीतविस्मृतं वेदं प्राप्नोति पठनात् पुन: ।
विप्रो नषकुलाचार: पुनर्नाप्नोति विप्रताम् ॥
Tamil Transliteration
Marappinum Oththuk Kolalaakum Paarppaan
Pirappozhukkang Kundrak Ketum.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | सदाचारसंपत्ति: |