श्लोक - १३०५
गुणशीलनराणां तु तद्धि लावण्यमुच्यते ।
कुसुमाक्ष्यङ्गनाचित्ते या विश्लेषविशेषता ॥
Tamil Transliteration
Nalaththakai Nallavarkku Eer Pulaththakai
Pooanna Kannaar Akaththu.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | विप्रलम्भ: |