श्लोक - १२७३
आबद्धमणिरन्ध्रान्त:प्रसरत्सूत्रवद् ध्रुवम् ।
प्रियालावण्यमध्येऽपि स्यादभिज्ञानमुत्तमम् ॥
Tamil Transliteration
Maniyil Thikazhdharu Noolpol Matandhai
Aniyil Thikazhvadhondru Untu.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | अभिज्ञाननिवेदनम् |