श्लोक - १२४४
हे मानस ! प्रियं (Text missing) ष्टुं मन्नेत्रे
इमे नेत्रे त्वया साकं नीत्वा गच्छ तदन्तिकम् ॥
Tamil Transliteration
Kannum Kolachcheri Nenje Ivaiyennaith
Thinnum Avarkkaanal Utru.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | मनस्येव कथनम् |