श्लोक - ११९९
वाञ्छित: कामुक: प्रीतिं मयि नैव करोतु वा ।
तत्कीर्तिश्रवणं नूनं श्रवणानन्दं मम ॥
Tamil Transliteration
Nasaiiyaar Nalkaar Eninum Avarmaattu
Isaiyum Iniya Sevikku.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | वियोगव्यसनाधिक्यम् |