श्लोक - ११६८
सर्वलोक्जनान् निद्रावशान् कृत्वा तु मां परम् ।
सहायं प्राप्य तिष्ठन्ती यामिनी शोच्यतां गता ॥
Tamil Transliteration
Mannuyir Ellaam Thuyitri Aliththiraa
Ennalladhu Illai Thunai.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | वियोगदु:खानुभव: |