श्लोक - ११००

श्लोक 1100
श्लोक #११००
लोके कामुकयोनेंत्रे यदि प्रेम्णा परस्परम् ।
पश्येतां, तहिं वचसा भाषणे किं प्रयोजनम् ॥

Tamil Transliteration
Kannotu Kaninai Nokkokkin Vaaichchorkal
Enna Payanum Ila.

Sectionभाग–३: काम-काण्ड
Chapter Groupअध्याय 109to 120
chapterभावपरिज्ञानम्