श्लोक - १०२५
वंशप्रभावं संरक्ष्य जीवता शास्त्रवर्त्मनि ।
तेन बान्धव्यमिच्छंस्तु लोकस्तमनुवर्तते ॥
Tamil Transliteration
Kutram Ilanaaik Kutiseydhu Vaazhvaanaich
Chutramaach Chutrum Ulaku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | कुलगौरवरक्षणम् |