श्लोक - १०२०
लज्जाहीनमनस्कानां प्राणेन सह जीवनम् ।
सूत्रबद्धचलद्दारुप्रतिमातौल्यमावहेत् ॥
Tamil Transliteration
Naanakath Thillaar Iyakkam Marappaavai
Naanaal Uyirmarutti Atru.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | लज्जाशीलता |