श्लोक - १००४
सर्वैरस्पृहणीयस्य दानकृत्यमजानत: ।
किं वावशिष्यते तस्य मरणानन्तरं भुवि ॥
Tamil Transliteration
Echchamendru Enennung Kollo Oruvaraal
Nachchap Pataaa Thavan.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | निरर्थकं वित्तम् |