श्लोक - १०००
निर्गुणेनार्जितं वित्तं नोपयोगकरं भवेत् ।
यथा स्यात् पात्रदोषेण पयो माधुर्यवर्जित: ॥
Tamil Transliteration
Panpilaan Petra Perunjelvam Nanpaal
Kalandheemai Yaaldhirin Thatru.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | अनुसृत्य प्रवर्तनम् |