श्लोक - ९८३

श्लोक 983
श्लोक #९८३
लोकोपकारिता, दया, प्रेम हया औ’ साँच ।
सुगुणालय के थामते, खंभे हैं ये पाँच ॥

Tamil Transliteration
Anpunaan Oppuravu Kannottam Vaaimaiyotu
Aindhusaal Oondriya Thoon.

Sectionअर्थ- कांड
Chapter Groupअध्याय 101 to 108
chapterसर्वगुणपूर्णता