श्लोक - ९१६

श्लोक 916
श्लोक #९१६
रूप-दृप्त हो तुच्छ सुख, जो देती हैं बेच ।
निज यश-पालक श्रेष्ठ जन, गले लगें नहिं, हेच ॥

Tamil Transliteration
Thannalam Paarippaar Thoyaar Thakaiserukkip
Punnalam Paarippaar Thol.

Sectionअर्थ- कांड
Chapter Groupअध्याय 91 to 100
chapterवार- वनिता