श्लोक - ७४४
अति विस्तृत होते हुए, रक्षणीय थल तंग ।
दुर्ग वही जो शत्रु का, करता नष्ट उमंग ॥
Tamil Transliteration
Sirukaappir Peritaththa Thaaki Urupakai
Ookkam Azhippa Tharan.
Section | अर्थ- कांड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 061 to 070 |
chapter | दुर्गी |
अति विस्तृत होते हुए, रक्षणीय थल तंग ।
दुर्ग वही जो शत्रु का, करता नष्ट उमंग ॥
Tamil Transliteration
Sirukaappir Peritaththa Thaaki Urupakai
Ookkam Azhippa Tharan.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 061 to 070 |
chapter | दुर्गी |