श्लोक - ६८०
भीति समझकर स्वजन की, मंत्री जो कमज़ोर ।
संधि करेंगे नमन कर, रिपु यदि है बरज़ोर ॥
Tamil Transliteration
Uraisiriyaar Ulnatungal Anjik Kuraiperin
Kolvar Periyaarp Panindhu.
Section | अर्थ- कांड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | कर्म करने की रीति |