श्लोक - ६७९
करने से हित कार्य भी, मित्रों के उपयुक्त ।
शत्रु जनों को शीघ्र ही, मित्र बनाना युक्त ॥
Tamil Transliteration
Nattaarkku Nalla Seyalin Viraindhadhe
Ottaarai Ottik Kolal.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | कर्म करने की रीति |