स्त्री- वश होना
Verses
स्त्री पर जो आसक्त हैं, उनको मिले न धर्म ।
अर्थार्थी के हित रहा, घृणित वस्तु वह कर्म ॥
Tamil Transliteration
Manaivizhaivaar Maanpayan Eydhaar Vinaivizhaiyaar
Ventaap Porulum Adhu.
स्त्री लोलुप की संपदा, वह है पौरुष-त्यक्त ।
लज्जास्पद बन कर बड़ी, लज्जित करती सख्त ॥
Tamil Transliteration
Penaadhu Penvizhaivaan Aakkam Periyadhor
Naanaaka Naanuth Tharum.
डरने की जो बान है, स्त्री से दब कर नीच ।
सदा रही लज्जाजनक, भले जनों के बीच ॥
Tamil Transliteration
Illaalkan Thaazhndha Iyalpinmai Egngnaandrum
Nallaarul Naanuth Tharum.
गृहिणी से डर है जिसे, औ’ न मोक्ष की सिद्धि ।
उसकी कर्म-विदग्धता, पाती नहीं प्रसिद्धि ॥
Tamil Transliteration
Manaiyaalai Anjum Marumaiyi Laalan
Vinaiyaanmai Veereydha Lindru.
पत्नी-भीरु सदा डरे, करने से वह कार्य ।
सज्जन लोगों के लिये, जो होते सत्कार्य ॥
Tamil Transliteration
Illaalai Anjuvaan Anjumar Regngnaandrum
Nallaarkku Nalla Seyal.
जो डरते स्त्री-स्कंध से, जो है बाँस समान ।
यद्यपि रहते देव सम, उनका है नहिं मान ॥
Tamil Transliteration
Imaiyaarin Vaazhinum Paatilare Illaal
Amaiyaardhol Anju Pavar.
स्त्री की आज्ञा पालता, जो पौरुष निर्लज्ज ॥
उससे बढ कर श्रेष्ठ है, स्त्री का स्त्रीत्व सलज्ज ॥
Tamil Transliteration
Penneval Seydhozhukum Aanmaiyin Naanutaip
Penne Perumai Utaiththu.
चारु मुखी वंछित वही, करते हैं जो कर्म ।
भरते कमी न मित्र की, करते नहीं सुधर्म ॥
Tamil Transliteration
Nattaar Kuraimutiyaar Nandraatraar Nannudhalaal
Pettaangu Ozhuku Pavar.
धर्म-कर्म औ’ प्रचुर धन, तथा अन्य जो काम ।
स्त्री के आज्ञापाल को, इनका नहिं अंजाम ॥
Tamil Transliteration
Aravinaiyum Aandra Porulum Piravinaiyum
Peneval Seyvaarkan Il.
जिनका मन हो कर्मरत, औ’ जो हों धनवान ।
स्त्री-वशिता से उन्हें, कभी न है अज्ञान ॥
Tamil Transliteration
Enserndha Nenjath Thitanutaiyaarkku Egngnaandrum
Penserndhaam Pedhaimai Il.