सभा- ज्ञान

Verses

श्लोक #७११
शब्द-शक्ति के ज्ञानयुत, जो हैं पावन लोग ।
समझ सभा को, सोच कर, करना शब्द-प्रयोग ॥

Tamil Transliteration
Avaiyarinadhu Aaraaindhu Solluka Sollin
Thokaiyarindha Thooimai Yavar.

Explanations
श्लोक #७१२
शब्दों की शैली समझ, जिनको है अधिकार ।
सभासदों का देख रुख़, बोलें स्पष्ट प्रकार ॥

Tamil Transliteration
Itaidherindhu Nankunarndhu Solluka Sollin
Nataidherindha Nanmai Yavar.

Explanations
श्लोक #७१३
उद्यत हो जो बोलने, सभा-प्रकृति से अज्ञ ।
भाषण में असमर्थ वे, शब्द-रीति से अज्ञ ॥

Tamil Transliteration
Avaiyariyaar Sollalmer Kolpavar Sollin
Vakaiyariyaar Valladhooum Il.

Explanations
श्लोक #७१४
प्राज्ञों के सम्मुख रहो, तुम भी प्राज्ञ सुजान ।
मूर्खों के सम्मुख बनो, चून सफेद समान ॥

Tamil Transliteration
Oliyaarmun Olliya Raadhal Veliyaarmun
Vaansudhai Vannam Kolal.

Explanations
श्लोक #७१५
भले गुणों में है भला, ज्ञानी गुरुजन मध्य ।
आगे बढ़ बोलें नहीं, ऐसा संयम पथ्य ॥

Tamil Transliteration
Nandrendra Vatrullum Nandre Mudhuvarul
Mundhu Kilavaach Cherivu.

Explanations
श्लोक #७१६
विद्वानों के सामने, जिनका विस्तृत ज्ञान ।
जो पा गया कलंक, वह, योग-भ्रष्ट समान ॥

Tamil Transliteration
Aatrin Nilaidhalarn Thatre Viyanpulam
Etrunarvaar Munnar Izhukku.

Explanations
श्लोक #७१७
निपुण पारखी शब्द के, जो हैं, उनके पास ।
विद्वत्ता शास्त्रज्ञ की, पाती खूब प्रकाश ॥

Tamil Transliteration
Katrarindhaar Kalvi Vilangum Kasatarach
Choldheridhal Vallaar Akaththu.

Explanations
श्लोक #७१८
बुद्धिमान के सामने, जो बोलता सुजान ।
क्यारी बढ़ती फसल की, यथा सींचना जान ॥

Tamil Transliteration
Unarva Thutaiyaarmun Sollal Valarvadhan
Paaththiyul Neersorin Thatru.

Explanations
श्लोक #७१९
सज्जन-मण्डल में करें, जो प्रभावकर बात ।
मूर्ख-सभा में भूल भी, करें न कोई बात ॥

Tamil Transliteration
Pullavaiyul Pochchaandhum Sollarka Nallavaiyul
Nankusalach Chollu Vaar.

Explanations
श्लोक #७२०
यथा उँडेला अमृत है, आंगन में अपवित्र ।
भाषण देना है वहाँ, जहाँ न गण हैं मित्र ॥

Tamil Transliteration
Anganaththul Ukka Amizhdhatraal Thanganaththaar
Allaarmun Kotti Kolal.

Explanations
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