विरह- क्षामा को व्यथा
Verses
यथा उलीचे सोत का, बढ़ता रहे बहाव ।
बढ़ता है यह रोग भी, यदि मैं करूँ छिपाव ॥
Tamil Transliteration
Maraippenman Yaaniqdho Noyai Iraippavarkku
Ootruneer Pola Mikum.
गोपन भी इस रोग का, है नहिं वश की बात ।
कहना भी लज्जाजनक, रोगकार से बात ॥
Tamil Transliteration
Karaththalum Aatrenin Noyainoi Seydhaarkku
Uraiththalum Naanuth Tharum.
मेरी दुबली देह में, प्राणरूप जो डांड ।
लटके उसके छोर में, काम व लज्जा कांड ॥
Tamil Transliteration
Kaamamum Naanum Uyirkaavaath Thoongumen
Nonaa Utampin Akaththu.
काम-रोग का तो रहा, पारावार अपार ।
पर रक्षक बेड़ा नहीं, उसको करने पार ॥
Tamil Transliteration
Kaamak Katalmannum Unte Adhuneendhum
Emap Punaimannum Il.
जो देते हैं वेदना, रह कर प्रिय जन, खैर ।
क्या कर बैठेंगे अहो, यदि रखते हैं वैर ॥
Tamil Transliteration
Thuppin Evanaavar Mankol Thuyarvaravu
Natpinul Aatru Pavar.
जो है, बस, यह काम तो, सुख का पारावार ।
पीडा दे तो दुःख है, उससे बड़ा अपार ॥
Tamil Transliteration
Inpam Katalmatruk Kaamam Aqdhatungaal
Thunpam Adhanir Peridhu.
पार न पाती पैर कर, काम-समुद्र महान ।
अर्द्ध रात्रि में भी निविड़, रही अकेली जान ॥
Tamil Transliteration
Kaamak Katumpunal Neendhik Karaikaanen
Yaamaththum Yaane Ulen.
सुला जीव सब को रही, दया-पात्र यह रात ।
इसको मुझको छोड़ कर, और न कोई साथ ॥
Tamil Transliteration
Mannuyir Ellaam Thuyitri Aliththiraa
Ennalladhu Illai Thunai.
ये रातें जो आजकल, लम्बी हुई अथोर ।
निष्ठुर के नैष्ठुर्य से, हैं खुद अधिक कठोर ॥
Tamil Transliteration
Kotiyaar Kotumaiyin Thaamkotiya Innaal
Netiya Kazhiyum Iraa.
चल सकते हैं प्रिय के यहाँ, यदि झट हृदय समान ।
नहीं तैरते बाढ़ में, यों मेरे दृग, जान ॥
Tamil Transliteration
Ullampondru Ulvazhich Chelkirpin Vellaneer
Neendhala Mannoen Kan.