वाक्- पटुत्व
Verses
वाक्- शक्ति की संपदा, है मंत्री को श्रेष्ठ ।
उनके अन्तर्गत नहीं, जो गुण अन्य यथेष्ट ॥
Tamil Transliteration
Naanalam Ennum Nalanutaimai Annalam
Yaanalaththu Ulladhooum Andru.
अपनी वाणी ही रही, लाभ- हानि का मूल ।
इससे रहना सजग़ हो, न हो बोलते भूल ॥
Tamil Transliteration
Aakkamung Ketum Adhanaal Varudhalaal
Kaaththompal Sollinkat Sorvu.
जो सुनते वश में पडे, भाषण वही समर्थ ।
वे भी जो सुनते नहीं, चाहें गुण के अर्थ ॥
Tamil Transliteration
Kettaarp Pinikkum Thakaiyavaaik Kelaarum
Vetpa Mozhivadhaam Sol.
शक्ति समझ कर चाहिये, करना शब्द प्रयोग ।
इससे बढ़ कर है नहीं, धर्म अर्थ का योग ॥
Tamil Transliteration
Thiranarindhu Solluka Sollai Aranum
Porulum Adhaninooungu Il.
बात बताना जान यह, अन्य न कोई बात ।
ऐसी जो उस बात को, कर सकती है मात ॥
Tamil Transliteration
Solluka Sollaip Piridhorsol Achchollai
Vellunjol Inmai Arindhu.
सारग्रहण पर-वचन का, स्वयं करे प्रिय बात ।
निर्मल गुणयुत सचिव में, है यह गुण विख्यात ॥
Tamil Transliteration
Vetpaththaanj Chollip Pirarsol Payankotal
Maatchiyin Maasatraar Kol.
भाषण-पटु, निर्भय तथा, रहता जो अश्रान्त ।
उसपर जय प्रतिवाद में, पाना कठिन नितान्त ॥
Tamil Transliteration
Solalvallan Sorvilan Anjaan Avanai
Ikalvellal Yaarkkum Aridhu.
भाषण- पटु जो ढंग से, करता मीठी बात ।
यदि पाये तो जगत झट, माने उसकी बात ॥
Tamil Transliteration
Viraindhu Thozhilketkum Gnaalam Nirandhinidhu
Solludhal Vallaarp Perin.
थोडे बचन दोष रहित, कहने में असमर्थ ।
निश्चय वे हैं चाहते, बहुत बोलना व्यर्थ ॥
Tamil Transliteration
Palasollak Kaamuruvar Mandramaa Satra
Silasollal Thetraa Thavar.
पठित ग्रन्थ व्याख्या सहित, प्रवचन में असमर्थ ।
खिला किन्तु खुशबू रहित, पुष्य-गुच्छ सम व्यर्थ ॥
Tamil Transliteration
Inaruzhththum Naaraa Malaranaiyar Katradhu
Unara Viriththuraiyaa Thaar.