जुआ

Verses

श्लोक #९३१
चाह जुए की हो नहीं, यद्यपि जय स्वाधीन ।
जय भी तो कांटा सदृश, जिसे निगलता मीन ॥

Tamil Transliteration
Ventarka Vendritinum Soodhinai Vendradhooum
Thoontirpon Meenvizhungi Atru.

Explanations
श्लोक #९३२
लाभ, जुआरी, एक कर, फिर सौ को खो जाय ।
वह भी क्या सुख प्राप्ति का, जीवन-पथ पा जाय ॥

Tamil Transliteration
Ondreydhi Noorizhakkum Soodharkkum Untaangol
Nandreydhi Vaazhvadhor Aaru.

Explanations
श्लोक #९३३
पासा फेंक सदा रहा, करते धन की आस ।
उसका धन औ’ आय सब, चलें शत्रु के पास ॥

Tamil Transliteration
Urulaayam Ovaadhu Koorin Porulaayam
Pooip Purame Patum.

Explanations
श्लोक #९३४
करता यश का नाश है, दे कर सब दुख-जाल ।
और न कोई द्यूत सम, बनायगा कंगाल ॥

Tamil Transliteration
Sirumai Palaseydhu Seerazhikkum Soodhin
Varumai Tharuvadhondru Il.

Explanations
श्लोक #९३५
पासा, जुआ-घर तथा, हस्य-कुशलता मान ।
जुए को हठ से पकड़, निर्धन हुए निदान ॥

Tamil Transliteration
Kavarum Kazhakamum Kaiyum Tharukki
Ivariyaar Illaaki Yaar.

Explanations
श्लोक #९३६
जुआरूप ज्येष्ठा जिन्हें, मूँह में लेती ड़ाल ।
उन्हें न मिलता पेट भर, भोगें दुख कराल ॥

Tamil Transliteration
Akataaraar Allal Uzhapparsoo Thennum
Mukatiyaan Mootappat Taar.

Explanations
श्लोक #९३७
द्यूत-भुमि में काल सब, जो करना है वास ।
करता पैतृक धन तथा, श्रेष्ठ गुणों का नाश ॥

Tamil Transliteration
Pazhakiya Selvamum Panpum Ketukkum
Kazhakaththuk Kaalai Pukin.

Explanations
श्लोक #९३८
पेरित मिथ्या-कर्म में, करके धन को नष्ट ।
दया-धर्म का नाश कर, जुआ दिलाता कष्ट ॥

Tamil Transliteration
Porul Ketuththup Poimer Koleei Arulketuththu
Allal Uzhappikkum Soodhu.

Explanations
श्लोक #९३९
रोटी कपड़ा संपदा, विद्या औ’ सम्मान ।
पाँचों नहिं उनके यहाँ, जिन्हें जुए की बान ॥

Tamil Transliteration
Utaiselvam Oonoli Kalviendru Aindhum
Ataiyaavaam Aayang Kolin.

Explanations
श्लोक #९४०
खोते खोते धन सभी, यथा जुएँ में मोह ।
सहते सहते दुःख भी, है जीने में मोह ॥

Tamil Transliteration
Izhaththoru?um Kaadhalikkum Soodhepol Thunpam
Uzhaththoru?um Kaadhatru Uyir.

Explanations
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