कृषि

Verses

श्लोक #१०३१
कृषि-अधीन ही जग रहा, रह अन्यों में घुर्ण ।
सो कृषि सबसे श्रेष्ठ है, यद्यपि है श्रमपूर्ण ॥

Tamil Transliteration
Suzhandrumerp Pinnadhu Ulakam Adhanaal
Uzhandhum Uzhave Thalai.

Explanations
श्लोक #१०३२
जो कृषि की क्षमता बिना, करते धंधे अन्य ।
कृषक सभी को वहन कर, जगत-धुरी सम गण्य ॥

Tamil Transliteration
Uzhuvaar Ulakaththaarkku Aaniaq Thaatraadhu
Ezhuvaarai Ellaam Poruththu.

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श्लोक #१०३३
जो जीवित हैं हल चला, उनका जीवन धन्य ।
झुक कर खा पी कर चलें, उनके पीचे अन्य ॥

Tamil Transliteration
Uzhudhuntu Vaazhvaare Vaazhvaarmar Rellaam
Thozhudhuntu Pinsel Pavar.

Explanations
श्लोक #१०३४
निज नृप छत्रच्छाँह में, कई छत्रपति शान ।
छाया में पल धान की, लाते सौम्य किसान ॥

Tamil Transliteration
Palakutai Neezhalum Thangutaikkeezhk Kaanpar
Alakutai Neezha Lavar.

Explanations
श्लोक #१०३५
निज कर से हल जोत कर, खाना जिन्हें स्वभाव ।
माँगें नहिं, जो माँगता, देंगे बिना दुराव ॥

Tamil Transliteration
Iravaar Irappaarkkondru Eevar Karavaadhu
Kaiseydhoon Maalai Yavar.

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श्लोक #१०३६
हाथ खिँचा यदि कृषक का, उनकी भी नहिं टेक ।
जो ऐसे कहते रहे ‘हम हैं निस्पृह एक’ ॥

Tamil Transliteration
Uzhavinaar Kaimmatangin Illai Vizhaivadhooum
Vittemen Paarkkum Nilai.

Explanations
श्लोक #१०३७
एक सेर की सूख यदि, पाव सेर हो धूल ।
मुट्‍ठी भर भी खाद बिन, होगी फ़सल अतूल ॥

Tamil Transliteration
Thotippuzhudhi Kaqsaa Unakkin Pitiththeruvum
Ventaadhu Saalap Patum.

Explanations
श्लोक #१०३८
खेत जोतने से अधिक, खाद डालना श्रेष्ठ ।
बाद निराकर सींचना, फिर भी रक्षण श्रेष्ठ ॥

Tamil Transliteration
Erinum Nandraal Eruvitudhal Kattapin
Neerinum Nandradhan Kaappu.

Explanations
श्लोक #१०३९
चल कर यदि देखे नहीं, मालिक दे कर ध्यान ।
गृहिणी जैसी रूठ कर, भूमि करेगी मान ॥

Tamil Transliteration
Sellaan Kizhavan Iruppin Nilampulandhu
Illaalin Ooti Vitum.

Explanations
श्लोक #१०४०
‘हम दरिद्र हैं’ यों करे, सुस्ती में आलाप ।
भूमि रूप देवी उसे, देख हँसेगी आप ॥

Tamil Transliteration
Ilamendru Asaii Iruppaaraik Kaanin
Nilamennum Nallaal Nakum.

Explanations
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