अस्तेय

Verses

श्लोक #२८१
निन्दित जीवन से अगर, इच्छा है बच जाय ।
चोरी से पर-वस्तु की, हृदय बचाया जाय ॥

Tamil Transliteration
Ellaamai Ventuvaan Enpaan Enaiththondrum
Kallaamai Kaakkadhan Nenju.

Explanations
श्लोक #२८२
चोरी से पर-संपदा, पाने का कुविचार ।
लाना भी मन में बुरा, है यह पापाचार ॥

Tamil Transliteration
Ullaththaal Ullalum Theedhe Piranporulaik
Kallaththaal Kalvem Enal.

Explanations
श्लोक #२८३
चोरी-कृत धन में रहे, बढ़्ने का आभास ।
पर उसका सीमारहित, होता ही है नाश ॥

Tamil Transliteration
Kalavinaal Aakiya Aakkam Alavirandhu
Aavadhu Polak Ketum.

Explanations
श्लोक #२८४
चोरी के प्रति लालसा, जो होती अत्यन्त ।
फल पोने के समय पर, देती दुःख अनन्त ॥

Tamil Transliteration
Kalavinkan Kandriya Kaadhal Vilaivinkan
Veeyaa Vizhumam Tharum.

Explanations
श्लोक #२८५
है गफलत की ताक में, पर-धन की है चाह ।
दयाशीलता प्रेम की, लोभ न पकड़े राह ॥

Tamil Transliteration
Arulkarudhi Anputaiya Raadhal Porulkarudhip
Pochchaappup Paarppaarkan Il.

Explanations
श्लोक #२८६
चौर्य-कर्म प्रति हैं जिन्हें, रहती अति आसक्ति ।
मर्यादा पर टिक उन्हें, चलने को नहिं शक्ति ॥

Tamil Transliteration
Alavinkan Nindrozhukal Aatraar Kalavinkan
Kandriya Kaadha Lavar.

Explanations
श्लोक #२८७
मर्यादा को पालते, जो रहते सज्ञान ।
उनमें होता है नहीं, चोरी का अज्ञान ॥

Tamil Transliteration
Kalavennum Kaarari Vaanmai Alavennum
Aatral Purindhaarkanta Il.

Explanations
श्लोक #२८८
ज्यों मर्यादा-पाल के, मन में स्थिर है धर्म ।
त्यों प्रवंचना-पाल के, मन में वंचक कर्म ॥

Tamil Transliteration
Alavarindhaar Nenjath Tharampola Nirkum
Kalavarindhaar Nenjil Karavu.

Explanations
श्लोक #२८९
जिन्हें चौर्य को छोड़ कर, औ’ न किसी का ज्ञान ।
मर्यादा बिन कर्म कर, मिटते तभी अजान ॥

Tamil Transliteration
Alavalla Seydhaange Veevar Kalavalla
Matraiya Thetraa Thavar.

Explanations
श्लोक #२९०
चिरों को निज देह भी, ढकेल कर दे छोड़ ।
पालक को अस्तेय व्रत, स्वर्ग न देगा छोड़ ॥

Tamil Transliteration
Kalvaarkkuth Thallum Uyirnilai Kalvaarkkuth
Thallaadhu Puththe Lulaku.

Explanations
🡱