श्लोक - ९६६
तिरस्कर्तु: पुरोभागे स्थिति: पौरुषमन्तरा ।
नेह कीर्तिं परे स्वर्गं न यच्छेत् किं प्रयोजनम् ॥
Tamil Transliteration
Pukazhindraal Puththelnaattu Uyyaadhaal Enmatru
Ikazhvaarpin Sendru Nilai.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | मानम् |