श्लोक - ९५२
लज्जाचारित्र्यसत्याख्यगुणानां त्रितयं भुवि ।
तिष्ठेत् सत्कुलजातेषु विद्याविरहितेष्वपि ॥
Tamil Transliteration
Ozhukkamum Vaaimaiyum Naanum Im Moondrum
Izhukkaar Kutippiran Thaar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | कुलीनत्वम् |