श्लोक - ९३६
दारिद्र्यदेवता द्यूतनाम्नी यं तु समाश्रयेत् ।
इह सर्वसुखैर्मुक्त: स परे नरकं व्रजेत् ॥
Tamil Transliteration
Akataaraar Allal Uzhapparsoo Thennum
Mukatiyaan Mootappat Taar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | द्यूत: |